HRDA द्वारा भगवानपुर में सुशासन कैंप का आयोजन, उपाध्यक्ष सोनिका ने दिए पारदर्शी और शीघ्र समाधान के निर्देश
(ब्योरो – दिलशाद खान।KNEWS18)
हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) द्वारा माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण एवं संतुष्टि के मंत्र को साकार करते हुए 22 दिसम्बर 2025 को तहसील भगवानपुर के सभागार में सुशासन कैंप का सफल आयोजन किया गया। यह इस श्रृंखला का तीसरा सुशासन कैंप था, जिसका उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित, पारदर्शी और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना रहा।

सुशासन कैंप में बड़ी संख्या में आवेदक अपने निर्माण मानचित्र, शुल्क निस्तारण, तकनीकी स्वीकृति तथा अन्य विकास संबंधी समस्याओं को लेकर पहुँचे। कैंप के दौरान HRDA की उपाध्यक्ष सोनिका ने स्वयं उपस्थित रहकर विभिन्न प्रकरणों की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदक की समस्या का शीघ्र एवं संतोषजनक निस्तारण किया जाए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि जनता को कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें और एक ही स्थान पर समस्याओं का समाधान मिले।
कैंप में सचिव HRDA मनीष कुमार सिंह, संयुक्त सचिव दीपक रामचंद्र सेठ, अधीक्षण अभियंता राजन सिंह, सहायक अभियंता वर्षा, सहायक अभियंता प्रशांत सेमवाल, टेक्निकल कंसल्टेंट गोविंद सहित अवर अभियंता एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने मौके पर ही आवेदनों की जांच कर आवश्यक कार्यवाही की और कई मामलों का तुरंत निस्तारण किया।
सुशासन कैंप के दौरान कुल 38 मानचित्रों का निस्तारण किया गया, जिनमें 18 निर्माण मानचित्र स्वीकृत किए गए तथा 20 मानचित्र निर्गत किए गए। यह आंकड़ा प्राधिकरण की कार्यशैली में आई गति और पारदर्शिता को दर्शाता है। त्वरित प्रक्रिया और सहज कार्यप्रणाली से आवेदकों ने गहरी संतुष्टि व्यक्त की और HRDA के प्रयासों की सराहना की।
कैंप में मौजूद लाभार्थियों ने कहा कि पहले जहां छोटे-छोटे कार्यों के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता था, वहीं अब सुशासन कैंप के माध्यम से एक ही दिन में समाधान मिल रहा है। इससे समय, धन और श्रम की बचत हो रही है। लोगों ने धामी सरकार की इस पहल को जनहित में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
HRDA प्रशासन ने जानकारी दी कि अगला सुशासन कैंप 24 दिसम्बर 2025 को पुनः तहसील भगवानपुर के सभागार में आयोजित किया जाएगा। प्राधिकरण ने क्षेत्र के समस्त नागरिकों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में सुशासन कैंप में पहुँचकर अपने निर्माण मानचित्रों, शुल्क संबंधी मामलों, तकनीकी समस्याओं एवं अन्य विकास कार्यों से जुड़े मुद्दों का त्वरित निस्तारण प्राप्त करें।
सुशासन कैंप के माध्यम से HRDA न केवल विकास कार्यों को गति दे रहा है, बल्कि शासन और जनता के बीच विश्वास को भी मजबूत कर रहा है, जो सच्चे अर्थों में सुशासन की दिशा में एक सराहनीय पहल है।



